भारत में अवैध रूप से रह रहा बांग्लादेशी अरेस्ट, आधार और वोटर आईडी समेत अन्य फर्जी दस्तावेज जब्त; तीन साल पहले इंडिया पहुंचा था नवाब
अररिया:– पुलिस ने अवैध रुप से भारत में रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक पिछले तीन साल से भारत में अवैध रूप से रह रहा था। इस दौरान उसने गलत तरीके से भारत का मतदाता पहचान पत्र और आधार समेत अन्य दस्तावेज बनवा लिए थे लेकिन कागजातों के वेरिफिकेशन के दौरान वह पकड़ा गया।दरअसल, तीन साल पहले अवैध रूप से बांग्लादेश की सीमा को लांघकर भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने वाले नवाब ने भारत के सरकारी सिस्टम के साथ जमकर खिलवाड़ किया है। नवाब ने न केवल वह भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर अवैध तरीके से रहते हुए भारत में निकाह किया बल्कि आधार कार्ड से लेकर वोटर आई कार्ड भी बनवा डाले।सबसे ज्यादा हैरानी की बात यह है कि जहां उन्होंने चार माह पहले बनवाए आधार कार्ड में अपने पिता के नाम के स्थान पर अपने चचिया ससुर का नाम अंकित करवाया। वहीं मतदाता पहचान पत्र में बांग्लादेशी नागरिक ने अपने पिता के नाम पर अपनी पत्नी का नाम रंगीला खातून अंकित करवाया, जो खुद में एक सवाल है कि आखिर कैसे मतदाता पहचान पत्र में पिता या पति के नाम के बदले पत्नी का नाम अंकित किया गया। भारत में तीन साल से अवैध रूप से रह रहे नवाब आखिरकार कागजातों के वेरिफिकेशन के दौरान पकड़ा गया।बांग्लादेश के चापा नवाबगंज जिले का रहने वाला नवाब खुद को भारतीय साबित करने के लिए अन्य दस्तावेजों के साथ साथ पासपोर्ट बनवाना चाहता था। नवाब ने पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था और पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए उनका डॉक्यूमेंट नगर थाना आया था, जहां पुलिस द्वारा स्थानीय मुखिया से पहले वेरिफिकेशन करवाकर लिखवाने की नसीहत देते हुए कागजात देकर भेज दिया।नवाब अपने कागजात वेरिफिकेशन के लिए रामपुर कोदरकट्टी की मुखिया पम्मी देवी के पास पहुंचा। कागजात चेक करने के दौरान मुखिया को शक हुआ तो उन्होंने अपने पति राजेश सिंह को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद राजेश सिंह ने वोटर आई कार्ड में पिता के स्थान पर पत्नी और आधार कार्ड में पिता के नाम के स्थान पर उसी के पंचायत में रहने वाले शख्स का नाम देख कड़ाई से पूछताछ की तो नवाब ने खुद के बांग्लादेश के होने की बात कही। जिसके बाद अन्य ग्रामीण और सरपंच को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई।नवाब ने स्वीकार करते हुए बताया कि तीन साल पहले वह बांग्लादेश से सीमा पार कर इंडिया आया था। नदी पार कर बीएसएफ के जवानों से मिलकर भारत में प्रवेश करने के बाद कटिहार के सेमापुर में रह रही खाला (मौसी) के पास जाकर रहा। डेढ़ साल पहले रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड संख्या एक गढ़बनैली में मुश्ताक की बेटी से शादी की। जिनसे उनको एक बेटी है, जिसका नाम नुसरत खातून है। वोटर आई कार्ड बनाने के लिए उसने बीएलओ को पैसा दिया था। वह भारतीय होने के अपने सारे कागजातों को दुरुस्त कर लेना चाहता था और इसी को लेकर पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। उसने बांग्लादेश में परिवार के अन्य लोगों के रहने की बात बताई है। रामपुर कोदरकट्टी की मुखिया पम्मी देवी ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर नवाब को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस और खुफिया विभाग ओ अधिकारी गिरफ्त में आए बांग्लादेशी नागरिक से पूछताछ कर रहे हैं।